हिन्दी ब्लाग जगत के साथियों।
एक बडे अन्तराल के बाद ये ब्रजवासी वापास आ रहा है।
बहुत कुछ बदला है, शादी, स्थान, नौकरी और डिग्री
फिर भी लगता है, एक दम वैसी ही है जिन्दगी
आशा है जल्दी जल्दी लिखने का मौका मिलेगा॰॰॰
Saturday, December 02, 2006
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